भोपाल मध्यप्रदेश की राजधानी है। यहां पर स्थित भोजताल व वनबिहार पर्यटकों के लिये प्रमुख आकर्षण का केन्द्र रहे हैं। भोपाल के समीप विभिन्न के पर्यटक स्थल हैं। Bhopal Tourist Places जो कि इस प्रकार है- भीमबेटका, सांची, ग्यारसपुर, सलकनपुर, उदयगिरी की गुफाएं, बाटर पार्क, सतधारा, विदिशा, रायसेन, समसगढ आदि।
Bhopal Tourist Places
भीमबेटका- भोपाल से लगभग 40 किमी दूर रायसेन जिले के औबेदुल्लागंज मार्ग पर स्थित है। यहां प्रस्तर युक की विभिन्न आकृतियों से सुसज्जित गुफाएं है।
- यह गुफाएं प्रागैतिहासिक शिलालेख एवं शैलचित्रों के लिये दुनियाभर में प्रसिद्ध हैं।
- इनकी खोज डॉक्टर विष्णु श्रीधर वाकणकर द्वारा की गई थी।
- वर्ष 2003 में भीमबेटका को यूनेस्कों द्वारा विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया था।
सांची-
- भोपाल से लगभग 45 किमी दूर दिल्ली-मुंबई रेलमार्ग पर स्थित है।
- यहां पर सम्राट अशोक द्वारा निर्मित बौद्ध स्तूप स्थित है।
- जो कि तीसरी शताब्दी ई. पूर्व से बारहवी शताब्दी ई.पू. के है।
- भोपाल से बस, टैक्सी व ट्रेन सुविधा उपलब्ध रहती है।
- यहां ठहरने के लिये सर्किट हाउस व रेलवे रिटायर्रिंग रूम हैं।
- इनकी खोज का श्रेय एक बिट्रिश अधिकारी जनरल टेलर को जाता है।
सलकनपुर-
- भोपाल से 70 किमी दूर रायसेन जिले के औबेदुल्ला-रेहटी मार्ग पर स्थित है।
- यहां पर विध्यांचल पहाड़ी पर स्थित बीजासेन देवी का मंदिर श्रृद्धालुओं की आस्था का अद्वितीय केन्द्र है।
- ऐसी मान्यता है कि देवी दुर्गा ने इस स्थान पर दैत्यराज रक्तबीज का बध कर अपना निवास बनाया था। इसीलिये उनका नाम बीजासन पड़ा।
- मंदिर तक पहुचने के लिये 1000 से अधिक सीढि़यां है।
- फरवरी माह में यहां 21 दिनों का ऐतिहासिक पशु मेंले का आयोजन किया जाता है।
उदयगिरी की गुफाएं-
- विदिशा से लगभग 14 किमी की दूरी पर स्थित हैं।
- इन गुफाओं में भगवान शिव, विष्णु, वराह, पार्श्वनाथ तथा अन्य देवी-देवताओं के चित्र उत्कीर्ण हैं।
- चौथी से 10 वीं शताब्दी के बीच निर्मित इन गुफाओं की संख्या 20 है।
- अमृत गुफा यहां की सबसे बड़ी गुफा है।
- इनकी देखभाल व संरक्षण भारतीय पुरातात्विक सर्वेक्षण द्वारा किया जा रहा है।
ग्यारसपुर-
- सांची से लगभग 40 किमी की दूरी पर स्थित है।
- यहां पर स्थित अठखम्बे और चौखम्बे 9वीं-10वीं शताब्दी की स्थापत्यकला की विरासत हैं।
- ग्यारसपुर की स्थापत्यकला को दो मंदिरों का हिस्सा माना जाता है।
वाटरपार्क- होशंगाबाद रोड पर मिसरोद के समीप जल क्रीड़ा का आनंद लेने के लिये वाटर पार्क का निर्माण किया गया है। यह सभी आयु-वर्ग के लोग खासकर लडके और लडकियों के लिये प्रमुख आकर्षण का केन्द्र है।
भोजपुर- भोपाल से 30 किमी की दूरी पर स्थित है। भगवान शिव का विशाल शिवलिंग प्रमुख आकर्षण का केन्द्र है। इसका निर्माण परमार शासक राजा भोज ने बनवाया था।
सतधारा- सांची से 15 किमी की दूरी पर स्थित पुरातात्विक स्थल है। इतिहास एवं पुरातत्व शोधकर्ताओं के लिये यह एक उपयोगी स्थान है।
विदिशा- भोपाल से 55 किमी की दूरी पर स्थित है। यह जिला पुरातत्व सम्पदा की दृष्टि से अत्यंत समृद्ध है। यह बेतवा नदी के किनारे स्थित है। उदयगिरी की गुफाएं यहां पर स्थित हैं।
समसगढ़- भोपाल से 22 किमी की दूरी पर स्थित है। समसगढ़ की खोज लगभग 70 दशक पूर्व एक जैन मुनि द्वारा की गई थी। यह जैन समुदाय का एक प्रसिद्ध पर्यटक स्थल है। यहां जैन तीर्थकरों की सैकड़ों प्रतिमाएं स्थित हैं।
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