MPPCS

Health Policy and Health Program । स्‍वास्‍थ्‍य नीति एवं स्‍वास्‍थ्‍य कार्यक्रम

परिचय- संविधान का अनुच्‍छेद 47 पोषाहार स्‍तर और जीवन स्‍तर को ऊंचा करने तथा लोक स्‍वास्‍थ्‍य का सुधार करने के राज्‍य के कर्तव्‍य के विषय में बात करता है। स्‍वास्‍थ्‍य राज्‍य सूची का विषय है- सार्वजनिक स्‍वास्‍थ्‍य और स्‍वच्‍छता: अस्‍पताल और औषधालय । भारत की पहली नीति 1983 ई. में प्रधानमंत्री इंदिरागांधी जी के समय […]

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भारतीय निर्वाचन आयोग । Election Commission of India

भारतीय निर्वाचन आयोग एक स्‍वायत्‍त संवैधानिक निकाय है। संविधान के अनुसार निर्वाचन आयोग की स्‍थापना 25 जनवरी, 1950 को की गई थी। इसका मुख्‍यालय दिल्‍ली में है। प्रारम्‍भ में आयोग में केवल एक मुख्‍य निर्वाचन आयुक्‍त था। जबकि वर्तमान में एक मुख्‍य निर्वाचन आयुक्‍त और दो अन्‍य निर्वाचन आयुक्‍त होते है। यह भारत में संघ

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MP ki Pramukh Nadiya । मध्‍यप्रदेश की नदियां

मध्‍यप्रदेश को नदियों का मायका कहा जाता है। मध्‍यप्रदेश में बहने वाली नदियां प्रायद्वीपीय नदियां कहलाती हैं। MP ki Pramukh Nadiya में चार बड़ी नदियां नर्मदा, चंबल, सोन व ताप्‍ती हैं। मध्‍यप्रदेश की अन्‍य महत्‍वपूर्ण नदियों में केन, बेतवा, क्षिप्रा, पार्वती, तवा, कालीसिंध, सिंध, सरस्‍वती, खान, माही, बैनगंगा, मान, वर्धा, पेंच और कुंवारी आदि है।

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UNION PUBLIC SERVICE COMMISSION । संघ लोक सेवा आयोग

UNION PUBLIC SERVICE COMMISSION एक संवैधानिक निकाय है। भारतीय संविधान के 14वें भाग में अनुच्‍छेद 315 से 323 तक में संघ लोक सेवा आयोग की स्‍वतंत्रता, शक्तियां, कार्य, इसके सदस्‍यों की नियुक्तियां व वेतन से संबंधित प्रावधान हैं। संघ लोक सेवा आयोग में एक अध्‍यक्ष व 10 अन्‍य सदस्‍य होते है, जो कि भारत के

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Arts and Architecture of MP । मध्‍यप्रदेश की कलाएं एवं स्‍थापत्‍य कला

Arts and Architecture of MP, देश के कला एव स्‍थापत्‍य में एक विशेष स्‍थान रखती है। हमलोग कला के अंतर्गत अनेक शिल्‍प कलाएं जैसे लौह शिल्‍प, पीतल शिल्‍प, काष्‍ठ शिल्‍प, धातु शिल्‍प, बर्तन शिल्‍प, खिलौना शिल्‍प, सुपाड़ी शिल्‍प, मिट्टी शिल्‍प, बाघ प्रिंट, चंदेरी साड़ी और महेश्‍वर साड़ी आदि का अध्‍ययन करते हैं। जबकि स्‍थापत्‍य कला

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Poshan Aahar aur Poshak Tatva । पोषण, आहार एवं पोषक तत्‍व ।

किसी भी जीव को जीवित रहने के लिये पोषक तत्‍वों की आवश्‍यकता होती है, इन पोषक तत्‍वों को ग्रहण करने के पश्‍चात् पाचन एवं अवशोषण से जो ऊर्जा निकलती है, वह शारीरिक वृद्धि, ऊतकों के नवीनीकरण आदि क्रियाओं में सहायक होती है, यह Poshan, Aahar aur Poshaktatva की पूरी प्रक्रिया होती है, पोषण कहलाती है।

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India ka Ekikaran aur Punargathan । स्‍वतंत्रता के पश्‍चात् भारत का एकीकरण और पुनर्गठन।

03 जून 1947 को भारत के अंतिम वायसराय लार्ड माउण्‍ट बेटन ने ‘माउण्‍ट बेटन योजना’ प्रस्‍तुत की, जिसके द्वारा भारत का विभाजन किया गया। इस योजना के तहत India’s Ekikaran aur Punargathan में भारत को तीन हिस्‍सों में वर्गीकृत किया गया- भारत पाकिस्‍तान देसी रियासतें (562) इस योजना में देसी रियासतों को स्‍वतंत्रता दे दी

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MP ke Pramukh Udyog । मध्‍यप्रदेश के प्रमुख उद्योग

‘मध्‍यप्रदेश औद्योगिक विकास निगम’ की स्‍थापना 1965 ई. में हुई थी। इसी तारतम्‍य में 04 औद्योगिक विकास केन्‍द्रों इन्‍दौर, जबलपुर, रीवा व ग्‍वालियर की स्‍थापना की गई। MP ke Pramukh Udyog विकास को गति प्रदान करने के उद्देश्‍य से 1990 ई. में प्रदेश के 45 जिलों में से 6 जिलों को विकसित वर्ग में रखा

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Transport in MP । मध्‍यप्रदेश में परिवहन । MP Transport

परिवहन से आशय ‘वस्‍तुओं और यात्रियों’ को एक स्‍थान से दूसरे स्‍थान तक लाने एवं ले जाने से है। अर्थात् वस्‍तुओं एवं सेवाओं का विभिन्‍न माध्‍यमों से स्‍थानांतरण, परिवहन कहलाता है। परिवहन, जनमानस के साथ-साथ व्‍यापार के विकास में महत्‍वूपर्ण भूमिका निभाता है। हम Transport in MP के बारे में विस्‍तृत जानकारी उपलब्‍ध करा रहे

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MP ke Pramukh Sahityakar । मध्‍यप्रदेश के प्रमुख साहित्‍यकार एवं उनकी कृतियां

भारत में साहित्‍य का विकास अत्‍यंत प्राचीन माना जाता है। MP ke Pramukh Sahityakar aur Unki Kritiya का संगम अद्वितीय है।  विद्वानों का मानना है कि 1500 ई. पूर्व से 600 ई. पूर्व का काल ‘वैदिक काल’ कहलाता है। इसी काल में वैदिक साहित्‍य की रचना हुई। इसके बाद पाणिनी द्वारा ‘अष्‍टाध्‍यायी ‘ की रचना

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