इस परीक्षा का उद्देश्य केवल स्क्रीनिंग परीक्षण करना है। RPSC Pre Syllabus 2022 के अनुसार प्रारम्भिक परीक्षा में नीचे विनिर्दिष्ट विषय पर एक प्रश्न-पत्र होगा, जो वस्तुनिष्ठ प्रकार का होगा और अधिकतम 200 अंकों का होगा । पश्नपत्र का स्तरमान स्नातक डिग्री स्तर का होगा। प्रश्न पत्र में बहुविकल्पीय प्रकार के 150 प्रश्न होंगे व सभी प्रश्न समान अंक के होंगे। मूल्यांकन में ऋणात्मक अंकन किया जाएगा, जिसमें प्रत्येक गलत उत्तर के लिये 1/3 अंक काटे जायेंगे।
Prelims Exam Pattern 2022
क्र. | विषय | अवधि | अंक |
प्रथम प्रश्न पत्र | सामान्य ज्ञान एवं सामान्य विज्ञान | 3 घंटे | 200 |
RPSC Pre Syllabus 2022
राजस्थान का इतिहास, कला, संस्कृति, साहित्य, परम्परा एवं विरासत
- राजस्थान के प्रागैतिहासिक स्थल-पुरापाषाण से ताम्र पाषाण एवं कांस्य युग तक।
- ऐतिहासिक राजस्थान: प्रारम्भिक ईस्वी काल के महत्वपूर्ण ऐतिहासिक केन्द्र। प्राचीन राजस्थान में समाज, धर्म एवं संस्कृति।
- प्रमुख राजवंशों के महत्वपूर्ण शासकों की राजनीतिक एवं सांस्कृतिक उपलब्धियां- गुहिल, प्रतिहार, चौहान, परमार, राठौड़, सिसोदिया और कच्छावा। मध्यकालीन राजस्थान में प्रशासनिक तथा राजस्व व्यवस्था।
- आधुनिक राजस्थान का उदय: 19वीं-20वी शताब्दी के दौरान राजस्थान में सामाजिक जागृति के कारक। राजनीतिक जागरण: समाचार पत्रों एवं राजनीतिक संस्थाओं की भूमिका। 20वीं शताब्दी में जनजाति तथा किसान आन्दोलन, 20वीं शताब्दी के दौरान विभिन्न देशी रियासतों में प्रजामण्डल आन्दोलन। राज्स्थान का एकीकरण।
- राजस्थान की वास्तु परम्परा– मंदिर, किले, महल एवं मानव निर्मित जलीय संरचनाएं, चित्रकला की विभिन्न शैलियां और हस्तशिल्प।
- प्रदर्शन कला: शास्त्रीय संगीत एवं शास्त्रीय नृत्य, लोक संगीत एवं वाद्य, लोकनृत्य एवं लोक नाट्य।
- भाषा एवं साहित्य: राजस्थानी भाषा की बोलियां। राजस्थानी भाषा का साहित्य एवं लोक साहित्य।
- धार्मिक जीवन: धार्मिक समुदाय, राजस्थान में संत एवं सम्प्रदाय। राजस्थान के लोक देवी-देवता।
- राजस्थान में सामाजिक जीवन: मेले एवं त्योहार, सामाजिक रीति रिवाज तथा परम्परायें, वेशभूषा एवं आभूषण।
- राजस्थान के प्रमुख व्यक्तित्व।
भारत का इतिहास
प्राचीनकाल एवं मध्यकाल:-
- भारत के सांस्कृतिक आधार– सिंधु एवं वैदिक काल, छठी शताब्दी ई. पू. की श्रमण परम्परा और नये धार्मिक विचार- आजीवक, बौद्ध और जैन ।
- प्रमुख राजवंशों के महत्वपूर्ण शासकों की उपलब्धियां: मौर्य, कुषाण, सातवाहन, गुप्त, चालुक्य, पल्लव एवं चोल।
- प्राचीन भारत में कला एवं वास्तु।
- प्राचीन भारत में भाषा एवं साहित्य का विकास: संस्कृत, प्राकृत एवं तमिल।
- सल्तनतकाल: प्रमुख सल्तनत शासकों की उपलब्धियां। विजयनगर की सांस्कृतिक उपलब्धियां।
- मुगलकाल: राजनीतिक चुनौतियां एवं सुलह-अफगान, राजपूत, दक्कनी राज्य और मराठा।
- मध्यकाल में कला एवं वास्तु, चित्रकला एवं संगीत का विकास।
- भक्ति तथा सूफी आंदोलन का धार्मिक एवं साहित्यिक योगदान।
आधुनिक काल (प्रारम्भिक 19वीं शताब्दी से 1964 ई. तक)-
- आधुनिक भारत का विकास एवं राष्ट्रवाद का उदय: बौद्धिक जागरण, प्रेस, पश्चिमी शिक्षा। 19वीं शताब्दी के दौरान सामाजिक-धार्मिक सुधार, विभिन्न नेता एवं संस्थाएं।
- स्वतंत्रता संघर्ष एवं भारतीय राष्ट्रीय आनदोलन– विभिन्न अवस्थाएं, धाराए, महत्वपूर्ण योगदानकर्ता एवं देश के अलग-अलग हिस्सों का योगदान।
- स्वतंत्रता के पश्चात राष्ट्र निर्माण– राज्यों का भाषायी पुनर्गठन, नेहरू युग में सांस्थानिक निर्माण, विज्ञान एवं तकनीकी का विकास।
विश्व एवं भारत का भूगोल
विश्व का भूगोल-
- प्रमुख स्थलाकृतियां– पर्वत, पठार, मैदान एवं मरूस्थल।
- प्रमुख नदियां एवं झीलें।
- कृषि के प्रकार।
- प्रमुख औद्योगिक प्रदेश।
- पर्यावरणीय मुद्दे– मरूस्थलीकरण, वनोन्मूलन, जलवायु परिवर्तन एवं ग्लोबल वार्मिंग( ऊष्मीकरण), ओजन अवक्षय।
भारत का भूगोल-
- प्रमुख स्थलाकृतियां- पर्वत, पठार एवं मैदान ।
- मानसून तंत्र व वर्षा का वितरण।
- प्रमुख नदियां एवं झीलें।
- फसलें– गेहूं, चावल, कपास, गन्ना, चाय एवं काफी।
- प्रमुख खनिज– लौह अयस्क, मैंगनीज, बॉक्साइट एवं अभ्रक।
- ऊर्जा संसाधन– परम्परागत एवं गैर-परम्परागत।
- प्रमुख औद्योगिक प्रदेश।
- राष्ट्रीय राजमार्ग एवं प्रमुख परिवहन गलियारे।
राजस्थान का भूगोल
- प्रमुख भू-आकृतिक प्रदेश एवं उनकी विशेषताएं।
- जलवायु की विशेषताएं।
- प्रमुख नदियां एवं झीलें।
- प्राकृतिक वनस्पति एवं मृदा।
- फसलें- गेहूं, मक्का, जौ, कपास, गन्ना, एवं बाजरा।
- प्रमुख उद्योग।
- प्रमुख सिंचाई परियोजनाएं एवं जल संरक्षण तकनीकें ।
- जनसंख्या- वृद्धि, घनतव, साक्षरता, लिंगानुपात एवं प्रमुख जनजातियां।
- खनिज- धात्विक एवं अधात्विक।
- ऊर्जा संसाधन- परम्परागत एवं गैर- परम्परागत।
- जैव-विविधता एवं इनका संरक्षण।
- पर्यटन स्थल एवं परिपथ।
भारतीय संविधान, राजनीतिक व्यवस्था एवं शासन प्रणाली
भारतीय संविधान, दार्शनिक तत्व-
- संविधान सभा, भारतीय संविधान की विशेषताएं, संवैधानिक संशोधन।
- उद्देशिका, मूल अधिकार, राज्य नीति के निदेशक तत्व, मूल कर्तव्य।
भारतीय राजनीतिक व्यवस्था-
- राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री एवं मंत्रिपरिषद्, संसद, उच्चतम न्यायालय और न्यायिक पुनरावलोकन।
- भारत निर्वाचन आयोग, नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक, नीति आयोग, केन्द्रीय सतर्कता आयोग, लोकपाल, केन्द्रीय सूचना आयोग एवं राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग।
- संघवाद भारत में लोकतांत्रिक राजनीति, गठबंधन सरकारें, राष्ट्रीय एकीकरण।
राजस्थान की राजनीतिक एवं प्रशासनिक व्यवस्था
राज्य की राजनीतिक व्यवस्था–
- राज्यपाल, मुख्यमंत्री और मंत्रिपरिषद्, विधानसभा, उच्च न्यायालय।
प्रशासनिक व्यवव्स्था-
- जिला प्रशासन, स्थानीय स्वशासन एवं पंचायती राज संस्थाएं ।
- राजस्थान लोक सेवा आयोग, राज्य मानवाधिकार आयोग, लोकायुक्त, राजय निर्वाचन आयोग, राज्य सूचना आयोग।
- लोकनीति, विधिक अधिकार एवं नागरिक अधिकार पत्र।
आर्थिक अवधारणाएं एवं भरतीय अर्थव्यवस्था-
अर्थशास्त्र की मूलभूत अवधारणाएं-
- बजट निर्माण, बैंकिंग, लोक-वित्त, वस्तु एवं सेवा कर, राष्ट्रीय आय, संवृद्धि एवं विकास का आधारभूत ज्ञान।
- लेखांकन– अवधारणा, उपकरण एवं प्रशासन में उपयोग।
- स्टॉक एक्सचेंज एवं शेयर बाजार।
- राजकोषीय एवं मौद्रिक नीतियां।
- सब्सिडी, लोक वितरण प्रणाली।
- ई-कामर्स
- मुद्रास्फीति- अवधारणा, प्रभाव एवं नियंत्रण तंत्र ।
आर्थिक विकास एवं आयोजन
- अर्थव्यवस्था के प्रमुख क्षेत्र- कृषि, उद्योग, सेवा एवं व्यापार क्षेत्रों की वर्तमान स्थिति, मुद्दे एवं पहल।
- प्रमुख अर्थिक समस्याएं एवं सरकार की पहल, आर्थिक सुधार एवं उदारीकरण।
मानव संसाधन एवं आर्थिक विकास
- मानव विकास सूचकांक
- वैश्विक खुशहाली सूचकांक गरीबी एवं बेरोजगारी- अवधारणा, प्रकार, कारण, निदान एवं वर्तमान फलेगशिप योजनाएं ।
- सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता– कमजोर वर्गों के लिए प्रावधान।
राजस्थान की अर्थव्यवस्था-
- अर्थव्यवस्था का वृहत् परिदृश्य।
- कृषि, उद्योग व सेवा क्षेत्र के प्रमुख मुद्दे।
- संवृद्धि, विकास एवं आयोजना
- आधारभूत- संरचना एवं संसाधन
- प्रमुख विकास परियोजनाएं
- राज्य सरकार की प्रमुख कल्याणकारी योजनाएं- अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछडा वर्ग, अल्पसंख्यकों, नि:शक्तजनों, निराश्रितों, महिलाओं, बच्चों, वृद्धजनों, कृषको एवं श्रमिकों के लिये।
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी –
- दैनिक जीवन में विज्ञान के मूलभूत तत्व
- कम्प्यूटर्स, सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी।
- रक्षा प्रौद्योगिकी, अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी एवं उपग्रह।
- नैनो-प्रौद्योगिकी, जैव-प्रौद्योगिकी एवं अनुवंशिक- अभियांत्रिकी।
- आहार एवं पोषण, रक्त समूह एवं आरएच कारक
- स्वास्थ्य देखभाल, संक्रामक, असंक्रामक एवं पशुजन्य रोग ।
- पर्यावरणीय एवं पारिस्थितिकीय परिवर्तन एवं इनके प्रभाव।
- जैव-विविधता, प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण एवं संधारणीय विकास।
- कृषि-विज्ञान, उद्यान-विज्ञान, वानिकी एवं पशुपालन राजस्थान के विशेष संदर्भ में ।
- विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विकास राजस्थान के विशेष संदर्भ में।
तार्किक विवेचन एवं मानसिक योग्यता
तार्किक दक्षता (निगमनात्मक, आगमनात्मक, अपवर्तनात्मक )
- कथन एवं मानन्यताएं
- कथन एवं तर्क
- निष्कर्ष एवं कथन
- कथन –कार्यवाही
- विश्लेषणात्मक तर्कक्षमता
मानसिक योग्यता-
- संख्या/अक्षर अनुक्रम
- कूटवाचन, कोडिंग एवं डीकोडिंग
- संबधों से संबंधित समस्याएं
- दिशा ज्ञान परीक्षण
- तार्किक वेन आरेख
- दर्पण/पानी प्रतिबिम्ब
- आकार और उनके उपविभाजन
आधारभूत संख्यात्मक दक्षता-
- अनुपात, समानुपात एवं साझा
- प्रतिशत
- साधारण एवं चक्रवृद्धि ब्याज
- समतलीय चित्रों के परिमाप एवं क्षेत्र
- आंकडों का विश्लेषण- सरणी, दण्ड-आरेख, रेखीय आलेख, पाई चार्ट
- माध्य- समांतर, गुणोत्तर एवं हरात्मक, माध्यिका एवं बहुलक
- क्रमचय एवं संचय
- प्रायिकता
समसामयिक घटनाएं-
- राजस्थान, भारतीय एवं अंतर्राष्ट्रीय महत्व की प्रमुख समसामयिक घटनाएं एवं मुद्दे।
- वर्तमान में चर्चित व्यक्ति, स्थान एवं संस्थाएं।
- खेल एंव खेलकूद संबंधी गतिविधियां