मध्यप्रदेश के Sagar Division के अंतर्गत कुल 06 जिले आते हैं। इसका मुख्यालय सागर में स्थित है। इसके वर्तमान संभागायुक्त श्री मुकेश कुमार शुक्ला जी हैं। इस संभाग के प्रमुख जिले क्रमश: सागर, छतरपुर, दमोह, पन्ना, टीकमगढ़ और निवाड़ी हैं। इनका विस्तृत वर्णन इस प्रकार है।
Sagar Division
सागर जिला-
- सागर में मध्यप्रदेश का सबसे पुराना हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय 1946 ई. में स्थापित किया गया था।
- वर्ष 2009 में इसे केन्द्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा दिया गया।
- वर्ष 2009 में बुन्देलखण्ड मेडिकल कॉलेज की स्थापना, सागर में की गई।
- यहां पुलिस प्रशिक्षण कार्य हेतु, जवाहरलाल नेहरू राज्य पुलिस अकादमी की स्थापना की गई है।
- प्रदेश का सबसे बड़ा अभयारण्य नौरादेही, सागर में स्थित है।
- रहली का सूर्य मंदिर और राहतगढ़ जल प्रपात यहां के प्रसिद्ध स्थल हैं।
- फारेंसिक साइंस प्रयोगशाला मध्यप्रदेश के सागर जिले में स्थित है।
- ओमान की सहायता से जिले के बीना तहसील में भारत पेट्रोलियम रिफाइनरी स्थापित की गई है।
- सती प्रथा के प्रथम साक्ष्य सागर से प्राप्त ऐरण अभिलेख से मिलते हैं।
छतरपुर जिला-
- छतरपुर जिले के खजुराहो में चंदेल वंश के शासकों द्वारा बनाये गये मंदिर स्थापित हैं।
- इनमें कंदरिया महादेव मंदिर, लक्ष्मण मंदिर, चित्रगुप्त मंदिर आदि प्रमुख हैं।
- इन्हें वर्ष 1986 को यूनेस्को ने विश्व विरासत स्थलों की सूची में शामिल किया गया है।
- खजुराहो, चंदेल शासकों की राजधानी होने के कारण इसे जेजाकभुक्ति कहा जाता था।
- खजुराहो में प्रत्येक वर्ष भारतीय शास्त्रीय नृत्य का आयोजन किया जाता है।
- जलबिहारी का मेला प्रत्येक वर्ष छतरपुर में आयोजित किया जाता है।
- 14 जनवरी 1931 को मकर संक्रांति के दिन छतरपुर जिले में उर्मिल नदी के तट पर चरणपादुका नरसंहार की घटना घटित हुई थी।
दमोह जिला-
- इसे पीतल नगरी के नाम से भी जाना जाता है।
- डायमण्ड सीमेंट का कारखाना और विड़ला सीमेंट कारखाना दमोह जिले में स्थित है।
- प्राचीन नोहलेश्वर मंदिर, नोहटा गौरेया नदी के किनारे स्थित है।
- बातीगढ़ का प्रसिद्ध किला, पर्शियन वास्तुकला का उत्तम उदाहरण है।
- रानी दुर्गावती के समय में निर्मित सिंगोरगढ़ का किला स्थित है।
- दमोह जिले के कुडलपुर में जैन धर्म के प्रसिद्ध मंदिर हैं।
टीकमगढ़ जिला-
- इसे टेहरी के नाम से भी जाना जाता था।
- टीकमगढ़ जिला बुंदेलखण्ड क्षेत्र का एक प्रमुख हिस्सा है। यहां नक्काशीदार दुर्ग प्रदेश में विशेष स्थान रखते है।
- 12 वीं शताब्दी में खेतसिंह खंगार ने परमार वंश के गणपति शिवा को हराकर इस दुर्ग पर कब्जा करने के बाद खंगार राज्य की नींव डाली थी ।
- यहां मौर्यों, शुंगों और गुप्त शासकों का शासन रहा है।
- यहां के प्रसिद्ध दर्शनीय स्थल- बल्देवगढ़ का किला, नजरबाग मंदिर, ताल कोठी आदि हैं।
पन्ना जिला-
- पन्ना जिला विंध्य पर्वत श्रेणी में अवस्थित है।
- भारत में हीरे का उत्पादन, मध्यप्रदेश के एक मात्र जिले पन्ना में किया जा रहा है।
- हीरे के उत्खनन का कार्य नेशनल मिरलर डेवलपमेंट कार्पोरेशन द्वारा किया जा रहा है।
- पन्ना नेशनल पार्क अथवा प्रोजेक्ट टाईगार के बीचों-बीच से केन नदी निकलती है।
- पाडंव जलप्रपात, म.प्र. के छतरपुर जिले में स्थित है।
- अजयपाल द्वारा निर्मित अजयगढ़ का प्रसिद्ध किला यहां स्थित है।
- यहां के प्रमुख दर्शनीय स्थल- दधिचि मंदिर, प्राणनाथ का मंदिर, पदमावती का मंदिर आदि प्रसिद्ध है।
निवाड़ी जिला-
- यह प्रदेश का 52 वां जिला है। प्रदेश का सबसे छोटा जिला।
- 01 अक्टूबर 2018 को टीकमगढ़ से अलग कर निवाड़ी जिले की स्थापना की गई थी।
- इसकी प्रमुख तहसीलें- पृथ्वीपुर, निवाड़ी और औरछा हैं।
- निवाड़ी जिले में बेतवा नदी के किनारे प्रमुख पर्यटक स्थल औरछा की स्थापना की गई है।
- इन स्थलों को विश्व विरासत सूची में शामिल किया गया है।
- चंद्रशेखर आजाद ने स्वतंत्रता आन्दोलन के समय ओरछा के जंगलों में रामकथा करके जीवन बिताया था।
- गढ़कुडार के किले का निर्माण 1531 में पृथ्वीराज चौहान की सेना प्रमुख केट सिंह द्वारा बनवाया गया था।
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